पारद शिवलिंग क्या है - An Overview

फिर अपनी समझ के अनुसार उसे प्रस्तुत कर देता है. इसमें मेरा कुछ है ही नहीं, क्या सनातन धर्म का दायित्व सिर्फ साधु-संत ही उठाएंगे? हम आप जैसे सामान्य लोगों का भी तो दायित्व बनता है सनातन ध्वजा को ऊंचा रखने के लिए अपने हाथ बढ़ाने का.

कालरात्रि – क्लीं ऐं श्री कालिकायै नमः।।

- विशेष उद्देश्यों तथा कामनाओं की प्राप्ति के लिए पार्थिव शिवलिंग बनाकर उसकी पूजा की जाती है. किस प्रकार करें नर्मदेश्वर की आराधना ?

अपने जीवन में खुशहाली पाने के लिए पराद शिवलिंग की पूजा करना काफी लाभदायक होता है। इससे घर परिवार में सुख-शांति बनी रहती है और धन की कमी नहीं होती।

"Almost everything was really easy. I could not feel that two times later I had been watching my new truck - in my own driveway."

शिव पुराण के अनुसार जो लोग शिवलिंग की पूजा करके महादेव को प्रसन्न करना चाहते हैं, उन्हें सुबह के समय और दोपहर से पहले पूजा कर लेनी चाहिए. तभी ये पूजा विशेष रूप से फलदायी होती है. इसके अलावा याद रखें कि घर में जिस जगह पर शिवलिंग हों, उनके पास पूरा शिव परिवार माता गौरी, गणपति और कार्तिकेय जी को भी बैठाएं.

त्यामुळे त्यात शिवाचा वास असल्याने जे जे संसार रुपी मानव आहेत त्यांनी पाऱ्याच्या शिवलिंगाची उपासना करावी असे त्यात म्हटले आहे.

हां, आपको अवश्य ही कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए। सबसे पहले, किसी विश्वसनीय विक्रेता से ही शिवलिंग खरीदें। शिवलिंग का आकार और गुणवत्ता अच्छी होनी चाहिए, किसी भी तरह का क裂 या खरोंच नहीं होना चाहिए। आप अपनी इच्छानुसार छोटे या बड़े आकार का शिवलिंग चुन सकते हैं।

महाराष्ट्राला संत-महंतांची मोठी परंपरा आहे. मराठवाडा ही भूमीसुद्धा धार्मिक, ऐतिहासिक…

>हे वाचा…..मला समजलेला तुमच्या घरातील अणि मनातील शिव

- थाल या पात्र में एकत्रित जल को पौधों में डाल सकते हैं.

शिवलिङ्ग शिव की निराकार पूजा है ॥ २७ ॥ -महा० अनु० पर्व अ० १४

इसके पश्चात जिस स्थान पर भी इसे स्थापित करें उस जगह की पहले साफ़ सफाई जरूर कर more info लें।

It is recommended by our sages to adore and worship Parad Shivling, this lead them to be infused with amazing valour, invincibility, adding to their fame and popularity much and vast-spreading Pretty much above the whole planet. It's best advisable for Peace, prosperity and happiness.

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